father of soil science : वासिली वासिलीविच डोकुचेव को father of soil science के नाम से जाना जाता है। वासिलीविच डोकुचेव एक रूसी भू वैज्ञानिक थे। वासिली वासिलीविच डोकुचेव को आधुनिक मृदा विज्ञान के संस्थापक के रूप में जाना जाता है। वसीली डोकुचेव मिट्टी की जांच करने वाले पहले भूवैज्ञानिक माने जाते हैं। वसीली डोकुचेव मिट्टी के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। वसीली डोकुचेव को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मृदा विज्ञान के रूप में नोबेल पुरस्कार भी दिया गया है।
मृदा विज्ञान की परिभाषा mrada vigyan ki paribhasha
मृदा विज्ञान परिभाषा । हिंदी में मृदा विज्ञान की परिभाषा यह है कि : मृदा विज्ञान, विज्ञान की वह शाखा है जिसमें मृदा के निर्माण, वितरण, वर्गीकरण एवं मृदा के गुणों का अध्ययन किया जाता है । मृदा विज्ञान में मृदा के भौतिक, रासायनिक और जैविक गुणों का अध्ययन किया जाता है । मृदा विज्ञान में मृदा का वनस्पति के साथ अध्ययन किया जाता है ।
मृदा विज्ञान किसे कहते हैं mrada vigyan kise kahate Hain .
विज्ञान की वह शाखा जिसमें मृदा के बारे में अध्ययन किया जाता है और मृदा के गुणों के बारे में अध्ययन किया जाता है उस विज्ञान को मृदा विज्ञान कहते हैं । मृदा विज्ञान में अध्ययन किया जाता है कि मृदा कितने प्रकार की होती है इसके अलावा मृदा का वर्गीकरण का भी अध्ययन मृदा विज्ञान के अंतर्गत ही किया जाता है।
मृदा विज्ञान क्या है mrada vigyan kya hai.
मृदा विज्ञान एक विज्ञान की शाखा है जिसमें मृदा के बारे में अध्ययन और रिसर्च किया जाता है। मृदा विज्ञान में मृदा का निर्माण कैसे होता है और वितरण कैसे होता है इसके बारे में विस्तार से भौतिक स्तर पर और रासायनिक स्तर पर और जैविक स्तर पर अध्ययन होता है ।
मृदा के गुण mrada ke gun
मृदा के मुख्य रूप से तीन गुण होते हैं। भौतिक गुण, रासायनिक गुण और जैविक गुण मृदा के तीन मुख्य गुण है ।
मृदा के भौतिक गुण : मृदा के भौतिक गुण में मृदा के वह गुण होते हैं जिन्हें हम छु करके और देख करके पता लगा सकते हैं उन्हें हम मृदा के भौतिक गुण बोलते हैं । मृदा कू भौतिक गुण में मृदा का रंग जैसे की मृदा कौन से रंग की है आता है । मृदा काली है, मृदा भूरी है, मृदा सफेद है, मृदा लाल है यह सभी मृदा के भौतिक गुण है। मृदा के कण छोटे हैं या बड़े हैं। मृदा सूखी है या गीली है यह मृदा का भौतिक गुण है। मृदा के हल्का और भारी होने का पता लगाना भी भौतिक गुण के अंतर्गत ही आता है।
मृदा के जैविक गुण : मृदा के जैविक गुणों में मृदा में मौजूद जैविक और कार्बनिक गुणों का अध्ययन किया जाता है।
मृदा के रासायनिक गुण : मृदा के रासायनिक गुणों में मृदा का पीएच ( ph ) कितना है, मृदा में नाइट्रोजन, फास्फोरस , ऑक्सीजन तथा अन्य गैसें कितनी मात्रा में है इन सभी का अध्ययन मृदा के रासायनिक गुणों के अंतर्गत किया जाता है। मृदा में विद्युत चालकता के गुणों का अध्ययन भी रासायनिक गुणों के अंतर्गत ही किया जाता है।
मृदा विज्ञान की शाखाएं mrada vigyan ki shakhayen
मृदा के बारे में अध्ययन करने के लिए मृदा विज्ञान की मुख्य रूप से दो शाखाएं हैं । मृदा विज्ञान की पहली शाखा pedagogy है । मृदा विज्ञान की दूसरी शाखा edaphology है।
- pedagogy
- edaphology
pedagogy ( पैडोलोजी ) : मृदा विज्ञान की वह शाखा जिसमें मृदा के निर्माण के बारे में मृदा के वर्गीकरण के बारे में और मृदा के गुणों के बारे में अध्ययन किया जाता है मृदा विज्ञान की वह शाखा pedagogy कहलाती है या मृदा विज्ञान की उस शाखा को pedagogy कहते हैं।
edaphology : मृदा विज्ञान की वह शाखा जिसमें मृदा के वनस्पति के साथ संबंध का अध्ययन किया जाता है मृदा विज्ञान की कुछ शाखा को edaphology कहते हैं। edaphology में मृदा के साथ-साथ वनस्पति और मृदा के साथ संबंध का अध्ययन किया जाता है। फसल रहित पौधे रहित और वनस्पति रहित मृदा के बारे में अध्ययन मृदा विज्ञान की edaphology शाखा में अध्ययन किया जाता है।
भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान कहां है ? Bhartiya mrada vigyan Sansthan kahan hai
भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान कहां स्थित है ?
भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान : ICAR-INDIAN INSTITUTE OF SOIL SCIENCE . भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान भोपाल में स्थित है जिसका ऐड्रेस Berasia Rd, Navi Bagh, Bhopal, Madhya Pradesh 462038 है। भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान उत्तर प्रदेश राज्य के भोपाल के नबीबाग, बैरसिया मार्ग पर स्थित है ।
मृदा विज्ञान के जनक कौन है ? Mrada vigyan ke Janak kaun hai
रूस के भू वैज्ञानिक वसीली डोकुचेव मृदा विज्ञान के जनक है । मृदा विज्ञान का जनक वसीली डोकुचेव को माना जाता है । मृदा विज्ञान के जनक वसीली डोकुचेव है। भारत में मृदा विज्ञान के जनक डॉ. जे. डब्ल्यू. लैदर को मृदा विज्ञान के जनक माने जाते है।
मृदा विज्ञान प्रश्नोत्तरी
Q . मृदा शब्द की उत्पत्ति कौन सी भाषा के शब्द से हुई है।
Ans . अमृत शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के soil शब्द से हुई है । जिसका अर्थ होता है फर्श।
Q . मृदा का कण होता है ?
Ans . मृदा का तिन आयाम होता है यानी की मृदा का कारण 3 डाइमेंशन होता है। मृदा का कण तीन आयाम वाला होता है।
Q . मृदा निर्माण, वितरण और गुण का अध्ययन किस शाखा में किया जाता है ?
Ans . edaphology में मृदा निर्माण, वितरण और गुण का अध्ययन किया जाता है।