बर कितने प्रकार के होते हैं bar kitne prakar ke hote Hain . औरतें कितने प्रकार की होती हैं . स्त्री कितने प्रकार की होती है . बर कितने प्रकार की होती है. छूट कितने प्रकार की होती है . जुदाई कितने प्रकार से की जाती है . स्त्री और पुरुष कितने प्रकार के होते हैं . yoni me kitne swar hote hai योनि में कितने स्वर होते हैं
बर कितने प्रकार के होते हैं bar kitne prakar ke hote Hain
आज मैं आपको बताऊंगा कि बर कितने प्रकार की होती हैं। ? बर की गहराई के आधार पर बर तीन प्रकार की होती है। बर की सामान्य गहराई , बार की कम गहराई, बर की ज्यादा गहराई । बर की गहराई के आधार पर स्त्रियों के तीन प्रकार बताए गए हैं।
1 . मृगी स्त्री
2 . बड़वा स्त्री
3 . हस्थिनी स्त्री
मृगी स्त्री की बर : मृगी जाती की स्त्री की बर की गहराई 6 इंच होती है। 6 इंच की बर हिरनी जाति की स्त्रियों में होती है । जिन स्त्रियों की योनि की गहराई 6 इंच होती है उन्हें मृगी जाती की स्त्रियों की श्रेणी में रखा गया है।
बड़वा स्त्री की बर : बड़वा जाती की स्त्री की बर की गहराई 8 इंच होती है। 8 इंच की बर घोड़ी जाति की स्त्रियों में होती है। जिन स्त्रियों की योनि की गहराई 8 इंच होती है उन्हें घोड़ी जाति की स्त्रियों की श्रेणी में रखा हुआ है ।
हस्थिनी स्त्री की बर : हस्थिनी जाती की स्त्री की बर की गहराई 12 इंच होती है। 12 इंच की बर हथिनी जाति की स्त्रियों में होती है । जिन स्त्रियों की योनि की गहराई 12 इंच होती है उन्हें हथिनी जाति की स्त्रियों की श्रेणी में रखा गया है ।
औरतें कितने प्रकार की होती हैं aurat kitne prakar ki hoti hai
औरत कितने प्रकार की होती है ? समुद्र शास्त्र के अनुसार औरतें पांच प्रकार की होती है। जैसे की शंखिनी, चित्रिणी, हस्तिनी, पद्मिनी, शांकिनी ।
स्त्री कितने प्रकार की होती है stri kitne prakar ki hoti hai
स्त्रियां कितने प्रकार की होती है ? काेकशास्त्र के अनुसार और कामशास्त्र के अनुसार स्त्रियों के पांच प्रकार बताए गए हैं।
शंखिनी जाति की स्त्री : इस जाति की स्त्रियां बोलती बहुत ज्यादा है और वह हमेशा अपनी जिंदगी से नाखुश रहती है। शंखिनी जाति की स्त्रीयों की नाक लंबी होती है, आंखें अस्थिर होती है और उनकी आवाज में गंभीरता होती है।
चित्रिणी जाति की स्त्री : चित्रिणी जाति की स्त्री की पहचान यह होती है कि यह स्त्री अपने पति से प्रेम करने वाली होती है और अपने परिवार के लोगों को चाहने वाली होती है। इसके अलावा इस जाति की स्त्रियों की एक और पहचान यह होती है कि यह कार्य को बहुत ही जल्दी से पूरा कर लेती है। चित्रिणी जाति की स्त्रियां सुंदर और मेहनती होती है।
हस्तिनी जाति की स्त्री : हस्तिनी जाति की स्त्रियों का स्वभाव समय के अनुसार बदलता है । इस प्रकार की स्त्रियां अधिक भोग विलास में रुचि रखती है। हस्तिनी जाति की स्त्रियों को क्रोध अधिक आता है तथा इस प्रकार की स्त्रियां भोजन भी ज्यादा करती है।
बर कितने प्रकार की होती है bar kitne prakar ki hoti hai
बर कितने प्रकार की होती है ? गहराई के आधार पर बर के तीन प्रकार होते हैं। कम गहरी बर, मध्य गहराई वाली बर, अधिक गहराई वाली बर ।
बर के 3 प्रकार
1 . कम गहरी बर
2 . मध्य गहरी बर
3 . अधिक गहरी बर
कम गहरी बर : कम गहरी बर की गहराई कम होती है । इस प्रकार की बर की गहराई 6 इंच होती है ।
मध्य गहरी बर : जीस बर की गहराई मध्य होती है उसे मध्य गहराई वाली बर कहते हैं । मध्य गहराई वाली बर की गहराई करीब 8 इंच होती है।
अधिक गहरी बर : इस प्रकार की बर की गहराई काफी ज्यादा होती है। इस कारण से इस प्रकार की बर की गहराई सबसे ज्यादा होती है। अधिक गहराई वाली बर की गहराई करीब 12 इंच होती है।
छूट कितने प्रकार की होती है chhut kitne prakar ki hoti hai
छूट कितने प्रकार की होती है ? गहराई और आकर के आधार पर छूट तीन प्रकार की होती है। तीन प्रकार की छूट का वर्णन कामशास्त्र में मिलता है । इसके अलावा कोक शास्त्र में भी इसका वर्णन मिलता है। छूट के प्रकार क्रमशः कम गहरी, मध्य गहरी, अधिक गहरी है।
1 . कम गहरी छूट
2 . मध्य गहरी छूट
3 . अधिक गहरी छूट
जुदाई कितने प्रकार से की जाती है Judaai kitne prakar se ki jaati hai
जुदाई कितने प्रकार की होती है ? पोजीशन के आधार पर कामशास्त्र में जुदाई 64 प्रकार की बताई गई है। एक स्त्री और पुरुष 64 प्रकार से जुदाई कर सकते हैं। स्त्री और पुरुष अलग-अलग पोजीशन बदलकर के 64 प्रकार की पोजीशन में जुदाई कर सकते हैं। लेकिन अधिकतर कपल जुदाई सामान्य पोजीशन में ही करते हैं ।
स्त्री और पुरुष कितने प्रकार के होते हैं stri aur purush kitne prakar ke hote Hain
स्त्री और पुरुष कितने प्रकार के होते हैं ? कामशास्त्र में स्त्री और पुरुष को तीन प्रकार में बांटा गया है। कामशास्त्र के अनुसार पुरुष के तीन प्रकार शश (खरगोश), वृष (बैल), अश्व (घोड़ा) है। इसी प्रकार से स्त्री के भी तीन प्रकार बताया गया है। मृर्गी, बड़वा और हथिनी यह तीन प्रकार कौक शास्त्र के अनुसार स्त्री के होते हैं ।
yoni me kitne swar hote hai योनि में कितने स्वर होते हैं
yoni me kitne swar hote hai : योनि के क्षेत्र में मुख्य रूप से दो ही सूर होते हैं। जबकि किसी भी महिला के प्राइवेट पार्ट में तीन सूर होते हैं। योनि में पहला सूर मूत्र निकास के लिए होता है जिससे मूत्र का निष्कासन होता है। योनि का दूसरा सूर पीरियड, मैथुन, प्रजनन के लिए होता है।