बिलनी का घर बनाना शुभ या अशुभ bilni ka Ghar banana subh ya ashubh बिलनी की दवा घरेलू . aankh me bilni ho to kya kare

बिलनी का घर बनाना शुभ या अशुभ bilni ka Ghar banana subh ya ashubh . घर में बिलनी लगाने से क्या होता है . मिट्टी का घर बनाने वाला कीड़ा . aankh me bilni kyu hoti hai . bilni kyu hota hai . bilani kaise thik kare . बिलनी की दवा घरेलू . aankh me bilni ho to kya kare

बिलनी का घर बनाना शुभ या अशुभ bilni ka Ghar banana subh ya ashubh

बिलनी का घर बनाना शुभ या अशुभ : बिलनी का घर बनाना शुभ होता है या अशुभ होता है इसके बारे में कई सवाल खड़े होते हैं। हमारे शास्त्रों में इस किट के बारे में काफी वर्णन किया गया है। कबीर दास ने भी इस कीड़े के ऊपर एक अच्छा सा श्लोक लिखा है । बिलनी को हमारे शास्त्रों में बहुत ही शुभ किट माना गया है।

बिलनी का घर बनाना बहुत ही शुभ माना जाता है। प्राचीन समय में स्त्रियां बिलनी के घर बनाने से घर में आने वाले नवजात शिशु के बारे में पता लगाती थी कि होने वाली संतान लड़का होगा या लड़की होगी। बिलनी किट के बारे में ऐसी मान्यता है कि यदि यह एक मुंह वाला घर बनाता है तो होने वाली संतान लड़का होती है।

यदि बिलनी किट आपके घर में ऐसा घर बनाता है जिसमें एक से ज्यादा मुंह होते हैं तो महिलाओं को समझना चाहिए कि होने वाली संतान लड़की होगी। बिलनी किट में समझने की इतनी क्षमता होती है कि वह सकारात्मक और नकारात्मक वातावरण को पहचान सकता है । कुछ लोग बिलनी चीज को वास्तु से जोड़कर के भी देखते हैं।

लोगों का ऐसा मानना है कि बिलनी किट जिस घर में अपना घर बनाता है उसे घर की ऊर्जा भी सकारात्मक होती है और उसे घर में कोई भी वास्तु दोष नहीं होता है । बिलनी ऐसे घर का चुनाव करता है जिसमें कोई भी वास्तु दोष नहीं होता है। यदि बिलनी किट आपके घर की दीवारों पर और कोनों पर अपना घर बना रहा है तब समझना चाहिए कि आपके घर में कोई भी वास्तु दोष नहीं है और आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास है।

bilni ka ghar banana shubh ya ashubh बिलनी का घर बनाना शुभ याअशुभ

bilni ka ghar banana shubh ya ashubh : बिलनी का घर बनाना शुभ होता है। यदि बिलनी आपके घर की दीवार पर या कोनों में अपना घर बनाता है तब आपको समझना चाहिए कि आपका भाग्य उदय होने वाला है और आपकी तरक्की होने वाली है। बिलनी का घर बनाना आपके घर में आने वाले नए मेहमान की भी सूचना देता है। जिस घर में बिलनी अपना घर बनाता है लोगों का मानना है कि उसे घर में जल्द ही किसी बच्चे का जन्म होने वाला है ।

घर में बिलनी लगाने से क्या होता है ghar mein bhilni lagane se kya hota hai

घर में बिलनी लगाने से क्या होता है : घर में बिलनी को लगाया नहीं जाता है। बिलनी एक प्रकार का कीड़ा होता है जिसे भृंगी नाम से जाना जाता है। बिलनी कीड़े को कई नाम से जाना जाता है इसके अलग-अलग कई नाम है। छोटा ततैया, बिलनी, भृंगी, कुम्हारी ततैया यह सभी नाम इस कीड़े के ही हैं । बिलनी को कुछ लोग कीड़ा कहते हैं तो कुछ लोग किट कहते हैं ।

मिट्टी का घर बनाने वाला कीड़ा mitti ka Ghar banane wala kida

मिट्टी का घर बनाने वाला कीड़ा : मिट्टी का घर बनाने वाले कीड़े के बारे में कई कवियों ने अपनी रचनाएं लिखी है । मिट्टी का घर बनाने वाले इस किट के बारे में कहा जाता है कि यह मिट्टी के घर में लारवा और अंडे को बंद कर देता है और उसके बाद अंदर पल रहे लार्वा को यह एक गीत सुनाता है और डंक मारता है । धीरे-धीरे वह लार्वा इसके गीत को सुनकर के वैसा ही बनने लगता है और अंत में जब वह लार्वा बिलनी यानी कि भृंगी बन जाता है तब वह उसे छोड़ देता है ।

mitti ka ghar banane wala kida मिट्टी का घर बनाने वाला कीड़ा

mitti ka ghar banane wala kida : मिट्टी का घर बनाने वाला कीड़ा भृंगी बाहर से गीली मिट्टी लाकर दीवारों के कोनों पर अपना घर बनाता है। बिलनी कीट किसी कीड़े को पकड़ कर के अपने मिट्टी से बने हुए घर में बंद कर देता है और फिर इस गीत सुनाता है। धीरे-धीरे बिलनी किट का गीत सुन करके वह कीड़ा भी बिलनी बन जाता है। अंत में मिट्टी के घर में बंद कीड़ा भृंगी का रूप धारण कर देता है। जब मिट्टी के घर के अंदर बंद कीड़ा बाहर निकलता है तब वह भृंगी बन करके बाहर निकलता है ।

भृंगी की इस विशेषता पर रीतकालीन कवि बिहारी ने यूं लिखा है –

कब की ध्यान लगी लखौं यह घरु लगिहैं काहि ।
डरियतु भृंगी की नाई लौं मत बहई ह्वै जाई ।

भक्तिकालीन कवि तुलसी दास भी लिखते हैं –

भई गति कीट भृंग की नाई ,
जंह देखो तंह रघुराई ।

दत्तात्रेय ने भी इस कीट से यह सीखा है कि अच्छी हो या बुरी हो हम जहां जैसी सोच में अपना मन लगाएंगे मन वैसा हीं हो जाता है ।

aankh me bilni kyu hoti hai आंख में बिलनी क्यों होती है

aankh me bilni kyu hoti hai : बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण आंख में बिलनी होती है। आंख में बिलनी का आज तक एलोपैथी में कोई भी इलाज नहीं है । आयुर्वेदिक में आंख में होने वाली बिलनी का इलाज बताया गया है । कुछ लोगों का मानना है कि बिलनी किट के द्वारा बनाए गए घर की मिट्टी आंख पर हुई बिलनी पर लगाने से आंख की बिलनी ठीक हो जाती है।

bilni kyu hota hai बिलनी क्यों होती है

bilni kyu hota hai : bilni धूल और मिट्टी में रहने वाले बैक्टीरिया के कारण होती है। धूल और मिट्टी में रहने वाला एक बैक्टीरिया होता है जिसके इन्फेक्शन के कारण bilni होती है।

हमारे शरीर में विटामिन डी और विटामिन ए की कमी होने से बिलनी होती है। नियमित आहार में फल दूध सब्जियां एंड और सलाद का सेवन करना चाहिए जिससे कि हमारे शरीर में विटामिन डी और विटामिन ए की कमी ना हो ।

जिन लोगों को बहुत ज्यादा कब्ज की शिकायत रहती है उन लोगों को भी बिलनी हो सकती है। उन लोगों में बिलनी होने की संभावना ज्यादा होती है।

bilani kaise thik kare बिलनी कैसे ठीक करें

bilani kaise thik kare : बिलनी को कैसे ठीक करें । बिलनी को ठीक करने के कई घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय और नुस्खे बताए गए हैं। जिनका पालन करने से बिजली पूरी तरीके से ठीक हो जाती है। बिलनी ठीक कैसे होती है इसके बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है।

बिलनी की दवा घरेलू bilni ki gharelu dava

बिलनी की घरेलू दवा : बिलनी को घर पर ही ठीक किया जा सकता है । घरेलू दवा से bilni कुछ ही दिनों में ठीक हो जाती है। आंख पर होने वाली बिलनी की घरेलू दवा bilni किट द्वारा लाई गई मिट्टी होती है। जिस मिट्टी से bilni किट घर बनाता है वही मिट्टी बिलनी कीट की घरेलू दवा होती है। बिलनी किट के घर की मिट्टी से ही bilni का इलाज होता है।

aankh me bilni ho to kya kare आंख में बिलनी हो तो क्या करें

आंख की बिलनी को अंजनहारी, अखिजनी और गुहेरी भी कहते हैं । आंख की बिलनी अक्सर आंख के ऊपरी या नीचली पलक के अंदर या बाहर दोनों जगह पर हो जाती है । आंख की बिलनी होने पर आंखों में दर्द खुजली और जलन होती है । bilni हो तो bilni वाली जगह पर बार-बार हाथ नहीं लगना चाहिए । bilni वाली जगह पर बार-बार हाथ लगाने से संक्रमण पूरी आंख में फैल सकता है और दूसरी जगह पर भी संक्रमण हो सकता है।

आंख में बिलनी हो तो गुनगुने पानी में तोलिया भिगोकर के आंखों को सेंकना चाहिए । इससे बिलनी फूट करके बाहर निकल जाती है । यह आंख में बिलनी को ठीक करने का एक घरेलू उपाय है।

आंख में बिलनी हो तो दाहिने हाथ की तर्जनी अंगुली को बाएं हाथ की हथेली में घिसकर के बिलनी वाली जगह पर लगाना चाहिए । इससे भी आंख की बिलनी ठीक हो जाती है।

आंख में बिलनी हो तो जीस आंख में बिलनी हो उसे आंख के विपरीत पैर वाले अंगूठे से खून की बूंद निकाल करके बिलनी पर लगाना चाहिए इससे भी आंख की बिलनी ठीक हो जाती है।

अगर दोनों आंख में बिलनी हो तो दोनों आंखों के उल्टे पैर के अंगूठे से खून की बूंद निकाल करके बिलनी पर लगाना चाहिए। इससे दोनों आंखों की बिलनियां ठीक हो जाती है ।

एक्यूप्रेशर पद्धति के द्वारा भी बिलनी को ठीक किया जा सकता है। एक्यूप्रेशर पद्धति में आपको उसे जगह का पता होना चाहिए जहां से दबाने पर आपकी बिलनी ठीक हो जाती है ।

आंख में बिलनी हो तो उसे आंख के साथ और बिलनी के साथ छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तब कुछ ही दिनों में बिलनी अपने आप ठीक हो जाती है ।