कीट विज्ञान का महत्व kit vigyan ka mahatva
हमारे पर्यावरण में कीटों का बहुत ही अधिक महत्व है। खाद्य श्रृंखला के चक्र में कीट एक दूसरे पर निर्भर रहते हैं और जीवित रहते हैं । इसी कारण से पृथ्वी के पर्यावरण में कीटों का बहुत ही अधिक महत्व है। कीट विज्ञान के अंतर्गत कीड़े मकोड़ों के बारे में अध्ययन किया जाता है। कीट विज्ञान के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के कीटों के खान-पान , रहन-सहन, जीवन दैनिक जीवनचार्य, शिकार, भोजन , रंग , जैविक विविधता का बहुत ही अधिक महत्व है ।
पृथ्वी के पर्यावरण में कीटों का बहुत ही अधिक महत्व है। क्योंकि यह खाद्य श्रृंखला के चक्र को बनाए रखते हैं। कीट हमारे पर्यावरण में संतुलन को बनाए रखने का काम करते हैं । इसके अलावा बहुत सारे कीट ऐसे होते हैं जो कि हमारे पर्यावरण को शुद्ध करते हैं। इसी कारण से कीटों का पर्यावरण में बहुत ही अधिक महत्व है।
कीट विज्ञान की परिभाषा kit vigyan ki paribhasha
प्राणी विज्ञान की वह शाखा जिसमें कीड़े मकोड़ों का और कीट पतंगों का अध्ययन किया जाता है विज्ञान की उसे शाखा को कीट विज्ञान कहते हैं। कीट विज्ञान विज्ञान की वह शाखा होती है जिसमें कीड़े मकोड़े के आकार, प्रकार , वर्गीकरण , भोजन , रहन-सहन और खान-पान का अध्ययन किया जाता है। इसके अलावा कीट विज्ञान के अंतर्गत कीड़े मकोड़े के शारीरिक रचना विज्ञान का, प्रजनन का भी अध्ययन किया जाता है। कीट विज्ञान के अंतर्गत कीड़े मकोड़े की सभी विशेषताओं का अध्ययन किया जाता है जिसमें रंग, रूप , आकार भी शामिल है
कीट विज्ञान की शाखाएं kit vigyan ki shakhayen
कीट विज्ञान के अंतर्गत कीड़े मकोड़े के अध्ययन करने हेतु विभिन्न प्रकार की शाखाएं बनाई गई है। कीट विज्ञान की इन शाखों के अंतर्गत है किसी भी कीड़े और मकोड़े की किसी एक विशेषता का अध्ययन किया जाता है। जैसे कि कीट विज्ञान के अंतर्गत आने वाली आकृति विज्ञान की शाखा में कीड़े मकोड़े के आकृति का अध्ययन किया जाता है। शरीर विज्ञान की शाखा के अंतर्गत कीड़े मकोड़े के शरीर की बनावट का अध्ययन किया जाता है ।
कीट विज्ञान की शाखाएं : आनुवंशिकी , वर्गीकरण , आकृति विज्ञान , शरीर विज्ञान , व्यवहार और पारिस्थितिकी यह सभी कीट विज्ञान की शाखाएं हैं ।
कीट विज्ञान से आप क्या समझते हैं kit vigyan se aap kya samajhte hain.
कीट विज्ञान विज्ञान की वह शाखा है जो की कीड़े मकोड़े के बारे में अध्ययन करता है। कीट विज्ञान प्राणी विज्ञान का एक अंग है। कीट विज्ञान की शाखा में कीड़े मकोड़े की उत्पत्ति और विकास से लेकर के सभी चीजों का अध्ययन किया जाता है और विश्लेषण किया जाता है। कीट विज्ञान में हर प्रकार के कीड़े मकोड़ों का और कीट पतंग का अध्ययन होता है और इनका हमारी प्रकृति में क्या योगदान है और हमारे पर्यावरण में क्या योगदान है इसका भी अध्ययन किया जाता है।
कीट विज्ञान किसे कहते हैं kit vigyan kise kahate Hain .
प्राणी विज्ञान कि वह शाखा जिसमें कीट पतंग जैसे कि मक्की, मच्छर, मधुमक्खी, भंवरा, तितली आदि का अध्ययन किया जाता है उसे कीट विज्ञान कहते हैं ।
कीट विज्ञान के जनक कौन है ?
विलियम किर्बी को आधुनिक कीट विज्ञान का जनक माना जाता है। विलियम किर्बी ने कीट विज्ञान में अपना अमूल्य योगदान दिया है जिसके कारण आधुनिक कीट विज्ञान का जनक भी कहा जाता है। विलियम किर्बी ने कीड़ों के बारे में गहनता से अध्ययन किया और उनके अनुवांशिक गुणों के बारे में आकार, प्रकार और विशेषताओं के बारे में विस्तार से समझाया । इसीलिए विलियम किर्बी आधुनिक कीट विज्ञान के जनक है।
भारत में कीट विज्ञान के जनक कौन हैं? father of entomology in india
गोपाल चंद्र भट्टाचार्य को भारत का आधुनिक वीडियो विज्ञान का जनक माना जाता है। गोपाल चंद्र भट्टाचार्य ने चिंटियों, मकड़ियों, छोटे कैमगाडर्स और टैडपोल के बारे में विस्तार से अध्ययन किया और इनके बारे में बताया। इसी कारण से गोपाल चंद्र भट्टाचार्य को आधुनिक भारत में कीट विज्ञान का जनक माना जाता है।