मधुबनी चित्रकला किस प्रांत की है Madhubani chitrkla kis prant ki hai. मधुबनी चित्रकला की 5 शैलियां कौन सी हैं?

मधुबनी चित्रकला किस प्रांत की है Madhubani chitrkla kis prant ki hai . मधुबनी चित्रकला की 5 शैलियां कौन सी हैं? Madhubani chitrkla ki Panch shailiyan kaun si hai

मधुबनी चित्रकला किस प्रांत की है Madhubani chitrkla kis prant ki hai .

मधुबनी चित्रकला : मधुबनी चित्रकला बिहार प्रांत की प्रमुखचित्रकला है बिहार में मधुबनी चित्रकला बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध चित्रकला है। बिहार के दरभंगा प्रांत में मधुबनी चित्रकला सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है इसके अलावा नेपाल की कुछ प्रांत में भी मधुबनी चित्रकला बहुत ही ज्यादा पॉपुलर चित्रकला है। 

मधुबनी चित्रकला विश्व विख्यात चित्रकला है जो कि बिहार प्रांत की है।  मधुबनी चित्रकला मिथिला प्रांत की की एक फोक पेंटिंग है। मधुबनी चित्रकलामुख्य रूप से दो प्रकार की होती है भित्ति चित्र और अरिपन चित्र।

इस चित्रकला का नाम बिहारके एक जिले मधुबनी के नाम पर पड़ा है . बिहार में एक जिला है मधुबनी. इस जिले में इस तरह की पेंटिंग सबसे ज्यादा बनाई जाती है इसी कारण से इस चित्रकला का नाम मधुबनी चित्रकला पड़ा। 

मधुबनी एक प्रकार की पेंटिंग है यानी की है और इसी पेंटिंग के नाम पर इस शैली का नाम मधुबनी शैली पड़ा और इसी पेंटिंग के आधार पर इस कलाकार नाम मधुबनी चित्रकला पड़ा। 

मधुबनी चित्रकला में झोपड़िया के चित्र बनाए जाते थे और इन चित्रों को दीवार पर बनाया जाता था। वर्तमान में मधुबनी चित्रकला कपड़े, पेपर और कैनवास पर बनाई जाती है। बिहार के मधुबनी जिले में इसका केंद्र होने के कारण इसका नाम मधुबनी पेंटिंग पड़ा।

मधुबनी चित्रकला भारत में महिलाओं के द्वारा बनाई जाने वाली एक आदिवासी कला है। मधुबनी कला को मिथिला कला के नाम से भी जाना जाता है. क्योंकि मधुबनी कला मिथिला में काफी ज्यादा प्रचलित है।  

मधुबनी चित्रकला में चमकीली मिट्टी के रंगों का प्रयोग किया जाता है। मधुबनी चित्रकला में  चटकीले और मटियालेरंग भी काफी लोकप्रिय हैं। मधुबनी चित्रकला में चित्रकारखनिज रंजकों का प्रयोग भी काफी ज्यादा करते थे।  मधुबनी चित्रकला में देवी देवताओं की पशु पक्षियों केफलों के और फूलों के चित्र बनाए जाते थे। मधुबनी चित्रकला में लोग जीवन के दृश्य भी देखने को मिलते हैं। मधुबनी चित्रकला को 2016 में यूनेस्को द्वारा अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में मान्यता दी गई है। 

मधुबनी चित्रकला में चित्रकार चित्र बनाने के लिएअलग-अलग प्रकार के रंगों का प्रयोग करते थे। वह काला रंग बनाने के लिए काजल और गोबर का उपयोग करते थे।  पीला रंग हल्‍दी , पराग अथवा नीबूं और बरगद की पत्तियों के दूध से तैयार करते थे। लाल रंग कुसुम के फूल के रस अथवा लाल चंदन की लकड़ी से बनाते थे।  हर रंग कठबेल (वुडसैल) वृक्ष की पत्तियों से तैयार किया जाता था। चित्रकार सफेद रंग चावल के चूर्ण से करते थे। संतरी रंग पलाश के फूलों से तैयार किया जाता है। चित्रकार मधुबनी चित्रकला बनाते समय सपाट रंगों का प्रयोग करते थे। इनमें बिल्कुल भी खाली जगह नहीं छोड़ी जाती थी। 

मधुबनी चित्र शैली के प्रमुख चित्र कृष्‍ण, राम, शिव, दुर्गा, लक्ष्‍मी, सरस्‍वती, सूर्य और चन्‍द्रमा, तुलसी के पौधे, राजदरबारों के दृश्‍य, सामाजिक समारोह इत्यादि है। मधुबनी चित्र शैली में खाली जगह को भरने  के लिए फूल-पत्तियों, पशुओं और पक्षियों के चित्रों, ज्‍यामितीय डिजाइनों का उपयोग किया जाता था। मधुबनी चित्र शैली के ज्ञान को एक पीढ़ी दूसरी पीढ़ी को सौंपती आई है जिसके कारण यह हस्तकला आज भी जीवित है।  

बिहार में स्थित मधुबनी रेलवे स्टेशन को मधुबनी चित्रकला से सजाया गया है जो कि यहां की मधुबनी चित्र शैली की लोकप्रियता को दर्शाता है। 

मधुबनी चित्रकला किस राज्य की चित्रकला शैली है? Madhubani chitrkla kis Rajya ki Chitrkla Shaili hai 

मधुबनी चित्रकला बिहार राज्य की चित्रकला शैली है। मधुबनीचित्रकला मुख्य रूप से बिहार राज्य की शैली है। लेकिन इसके अलावा यह अन्य प्रांतो  में भी फैली हुई है। इसके अलावा मधुबनी चित्रकला मिथिलांचल क्षेत्र और दरभंगा राज्य की भी चित्र शैली है। इसके अलावा मधुबनी चित्रकला नेपाल के कुछ प्रांतो की भी चित्र शैली है।  

मधुबनी पेंटिंग की शुरुआत कब हुई? Madhubani painting ki shuruaat kab Hui

मधुबनी पेंटिंग की शुरुआत 1934 में मानी गई है यह अंग्रेजो के जमाने की बात है जब कोई अंग्रेज मधुबनी जिले के अंतर्गत आया और उसी के कारण यह मधुबनी पेंटिंग प्रसिद्ध हुई और इस चित्रकला को मधुबनी चित्रकला के नाम से जाना जाने लगा 

मधुबनी चित्रकला की 5 शैलियां कौन सी हैं? Madhubani chitrkla ki Panch shailiyan kaun si hai

मधुबनी चित्रकला के अंतर्गत पांच शैलियों मानी गई हैइन पांचो शैलियों के नाम नीचे दिए गए हैं।  भरनी, कचनी, तांत्रिक, गोदना और कोहबर मधुबनी चित्रकला की पांच प्रमुख शैलियां है।

मधुबनी चित्रकला के जनक कौन है? Madhubani chitrkla ke Janak kaun hai

राजा जनक को मधुबनी चित्रकला का जनक माना जाता है।  इतिहासकारों का ऐसा मानना है कि राजा जनक ने मधुबनी चित्रकला को  राम सीता के विवाह के दौरान महिलाओं से बनवाया था। मिथिला क्षेत्र की महिलाओं ने मिलकर के राम सीता विवाह के समय मधुबनी चित्रकला के चित्र बनाए थे। इस कारण से मधुबनी चित्रकला का जनक राजा जनक को कहा जाता है। 

मधुबनी पेंटिंग के लिए कौन सा राज्य प्रसिद्ध है? Madhubani painting ke liye kaun sa Rajya prasiddh hai

मधुबनी पेंटिंग के लिए बिहार राज्य सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है।  इसके अलावा मधुबनी पेंटिंग के लिए बिहार राज्य का मधुबनी जिला काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। बिहार राज्य के मिथिलांचल प्रदेश भी मधुबनी पेंटिंग के लिए काफी ज्यादा प्रसिद्ध माने जाते हैं। 

मधुबनी पेंटिंग के लिए कौन सा रंग सबसे अच्छा है? Madhubani painting ke liye kaun sa RangSabse Achcha hai 

मधुबनी पेंटिंग के लिए लाल, पीला, नीला, काला रंग सबसे अच्छा माना जाता है. मधुबनी पेंटिंग के लिए आमतौर पर प्राकृतिक रंगों का चुनाव किया जाता है। इसके अलावा मधुबनी पेंटिंग में गाढे  रंगों का भी प्रयोग किया जाता है।